लखनऊ सोमवार को किसान हितैषी कृषि कानूनों के समर्थन के राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन द्वारा लखनऊ के इको गार्डन में हुई महापंचायत जिसमे शामिल हुए हजारों किसान
श्री न्यूज 24 आदिति न्यूज़ एवं यूट्यूब चैनल लखनऊ रायबरेली
प्रवीन सैनी लखनऊ रायबरेली
राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीयअध्यक्ष रामनिवास यादव ने बताया कि किसान पंचायत का आयोजन इको गार्डेन बंगला बाजार लखनऊ में किया गया था जिसमें प्रदेश के लगभग पांच हजार से अधिक किसान भाईयों को हिस्सा लेना था जिसमें राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के प्रदेश भर के पदाधिकारी एवं किसान भाई केन्द्रीय कार्यालय से जुलूस बना कर राकेश टिकैत दलाल है संयुक्त किसान मोर्चा मुर्दाबाद एवं तीनों कृषि कानून लागू करों की नारे-बाजी करते हुए कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे जहां पर सयुंक्त किसान मोर्चा के नेताओं का भाषण चल रहा था तभी संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं द्वारा सभी गेट अन्दर से बन्द कर लिये जिससे राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के कार्यकर्ता मुख्य गेट पर ही प्रदर्शन एवं नारे-बाजी करने लगे जिससे वहां पर विवाद बढने लगा जिस पर जिला प्रशासन ने आग्रह किया कि आप लोग बाहर ही अपनी बात रख कर अपने कार्यालय वापस चले जाइये हम आपकी मांगों को सरकार तक पहुँचा देगे। जिस पर राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के अध्यक्ष राम निवास यादव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि बिल वापसी से देश के छोटे किसानो को आगामी वर्षो में बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा जिसकी संख्या देश में लगभग पंद्रह करोड़ है इस बिल की वापसी से किसानों पर बिचौलिया का दबाव दूना बढ़ जायेगा और लघु व सीमांत किसानों बर्बाद हो जायेगे संयुक्त किसान मोर्चा एवं आढतियों का गठजोड़ देश के छोटे किसानों को कमजोर करेगा उन्होने कहा कि राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के आह्वाहन पर प्रदेश भर के किसान हितैशी तीनों कृषि बिल के समर्थन में आना हुआ लेकिन जिस प्रकार इन कथित किसान नेताओं द्वारा प्रशासन के सामने अपनी मनमानी करते हुए सभी गेट बन्द कर लिये गये जिससे प्रदेश भर से आये किसान काफी गुस्से में है क्योकि वह अपनी बात नही रख पाये और राम निवास यादव ने पंचायत में किसान हितैषी तीनो कृषि कानूनों की वापसी पर दुःख प्रकट करते हुए कहा है कि राष्ट्र एवं किसानो का भला चाहने वाले देश के प्रधानमंत्री जी ने कुछ कथित किसान नेताओं की बयान-बाजी से आह्त होकर तीनो कृषि बिल वापसी का निर्णय किया है जो छोटे किसान भाईयों के हित में नही है जिस प्रकार से देश के प्रधानमंत्री मोदी जी ने सच्चे मन से किसानो के हितो को देखते हुए तीनो कृषि कानून लागू किया था जिससे किसानो की आय में दुगुनी होती क्योकि इन किसान हितैषी तीनो कृषि बिलो को लागू करने की मांग लम्बे समय से किसान करते चले आ रहे थे तथा किसानो को बिचौलियो से मुक्त करने की मांग को लेकर किसानों के मसीहा स्व. महेंद्र सिंह टिकैत ने काफी संघर्ष किया था अगर आज वह जिन्दा होते तो उनको अपने बेटो के कृत्य से काफी दुख पहुँचता। क्योकि उनके बेटे राकेश टिकैत और नरेश टिकैत छोटे किसानों के साथ खिलवाड़ कर रहे है।जबकि हमारे देश के कृषि वैज्ञानिक एवं कृषि शोध कर्ताओं की सलाह के बाद मोदी सरकार ने तीनो कृषि कानून लागू किये थे परन्तु दुर्भाग्य से देश के कुछ किसान नेता बिचौलियों से मिली भगत एवं कुछ राजनैतिक दलो खासकर वो दल जिन्होंने कभी किसानो का हित नहीं चाहा और हमेशा किसानो का शोषण किया अपनी सरकारों के समय किसानो की जमीन छीनने के लिए किसानो की छाती पर गोली चलवायी परन्तु सबने मिलकर किसान हितैषी तीनो कृषि बिलो के खिलाफ ऐसा माहौल तैयार कर दिया कि किसान हितैशी बिल को ही गलत ठहरा दिया और देश के लघु एवं कुछ सीमांत किसान भाइयो को बहला-फुसलाकर कर किसान हितैषी तीनो कृषि बिलो को ही किसानों के खिलाफ बताकर सरकार के खिलाफ माहौल बनाया ऐसे लोगों को देश का अन्नदाता कभी माफ नही करेगा। हमारा प्रधानमंत्री जी से निवेदन है कि बनाये गये तीनों कृषि बिलों पर पुनः विचार कर लागू किया जाये जिससे देश के किसानों का भला हो सके और बिचौलियों का सफाया हो सके संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा किया जा रहा आन्दोलन पूर्णतयः अराजक है इसे तत्काल रोका जाये क्योकि इनके आन्दोलन से छोटे एवं बड़ी जोत वाले किसानों के बीच संघर्ष होने की संभावना है जिससे देश में अराजकता बढेगी इसलिए राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन प्रधानमंत्री जी से मांग करती है कि कथित किसान आन्दोलन कर रहे किसान नेताओं की जाँच कर गिरफ्तार किया जाये आज की पंचायत में मुख्य रूप से अवधेश प्रताप सिंह राष्ट्रीय महामंत्री वीरेन्द्र कुमार रावत राष्ट्रीय महामंत्री राज कुमार लोधी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरविन्द यादव अनिल जायसवाल, डा0 अनूप सिंह लवकुश यादव जिलाध्यक्ष लखनऊ प्रमोद कुमार यादव राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष संजय रत्नाकर आशीष विश्वकर्मा राजीव गौतम विमल यादव सर्वेश यदुवंश खलील अहमद संतोष शर्मा मदन मोहन मिश्रा ललित साहू नन्द किशोर यादव सहनवाज हुसैन राकेश रावत सुनील पाल उमाशंकर साहू रामानन्द पाल रामराज यादव बन्टी यादव श्रीश रावत आदि लोग रहे