कुड़वार ब्लॉक के ग्रामसभा अझुई सेक्रेटरी दिनेश त्रिपाठी का अनोखा कारनामा,भ्रष्टाचार का खेल हुआ उजागर
कुड़वार ब्लॉक के ग्रामसभा अझुई सेक्रेटरी दिनेश त्रिपाठी का अनोखा कारनामा,भ्रष्टाचार का खेल हुआ उजागर BDO साहब जनता आपसे जानना चाह रही है आखिर इस घोटाले का जिम्मेदार कौन है.पूर्व में 2 दिन पहले डीएम साहब ने सेक्रेटरी के खिलाफ बड़ा फैसला लेते हुए सेक्रेटरी को कार्यभार से किया था मुक्त.वहीं डीएम साहब भ्रष्टाचार लाख कम करने कि कोशिश करें लेकिन इसके बावजूद भी सेक्रेटरी भ्रष्टाचार करने से पीछे नहीं हट रहे हैं.आपको बताते चलें कि पूर्व में दूबेपुर ब्लॉक मे तैनात सेक्रेटरी का घोटाला सामने आया था कि वहीं 48 घंटे भी नहीं हुए की कुड़वार ब्लाक मे तैनात सेक्रेटरी दिनेश त्रिपाठी के भ्रष्टाचार का खेल उजागर हुआ.आपको बताते चलें कि सेक्रेटरी दिनेश त्रिपाठी का कुछ महीने पहले महिला से अश्लीलता बात करते हुए एक ऑडियो वायरल हुआ था और वो ऑडियो काफी सुर्खियां मे आया था.वही सुल्तानपुर के सेक्रेटरी आए दिन सुर्ख़ियों बने रहते हैं.वहीं लाखों का बिल हो गया पास,धन की हो गई निकासी।आए दिन सेक्रेटरी के द्वारा बड़े पैमाने पर पैसों का गबन करने का किया जा रहा है प्रयास.एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने की बात करती है.
वहीं कुछ ग्राम विकास अधिकारी सरकार की मन्शा पर पानी फेरते हुए दिख रहे हैं.सरकार की योजनाओं को पलीता लगाते दिख रहे हैं सेक्रेटरी दिनेश त्रिपाठी.हैंडपंप बिना रिबोर किए लाखों का बिल हो गया पास.जहां एक तरफ प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री वादा करते है उतर प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त करेंगे लेकिन वही भ्रष्टाचार रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है.उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी का आदेश भी बना हवा हवाई.BDO साहब आखिर जिले की जनता क्या समझे क्या ऐसे घोटालेबाज के ऊपर कोई कार्रवाई की जाएगी.
अब देखना यह होगा कि डीपीआरओ साहब के तरफ से कोई कार्रवाई की जाती है या इस मामले को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है.
ये है पूरा मामला
हम आपको बताते चलें कि यह पूरा मामला सुलतानपुर/ कुड़वार ब्लॉक के अझूई गांव का है अझूई गांव में कई हैंडपंप का रिबोर होना था लेकिन सेक्रेटरी व प्रधान के द्वारा हैंडपंप को रिबोर नहीं करवाया गया प्रधान एवं सेक्रेटरी.अझूई हैंडपंप रिबोर कार्यो के नाम पर लाखों का बिल हो गया पास,धन की हो गई निकासी पर आज तक हैंडपंप रिबोर नहीं हुये और रिलीज धन से संबंधित कोई कार्य अभी तक नही हो पाया।सूत्रों के अनुसार महज कागजों पर कार्यो की स्वीकृति प्राप्त कर कई दिनों पहले ही धन करा लिया गया रिलीज। प्रधान व सेक्रेटरी दिनेश त्रिपाठी की मिलीभगत से हुए प्रकरण सामने आने पर खुली सेक्रेटरी व प्रधान की पोल।अब यह देखना होगा कि उच्च अधिकारी ग्राम प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी पर क्या कार्यवाही करते हैं।