गौरीफंटा कोतवाली में आत्मदाह के मामले में आरोपियों में दो गिरफ्तार, चार फरार
आधा दर्जन आरोपियों के खिलाफ दर्ज है मामला
दैनिक अदिति/श्री न्यूज़ टाइम्स24
डीपी मिश्रा
पलियाकलां-खीरी। तहसील इलाका के इंडो-नेपाल बॉर्डर इलाका के गौरीफंटा कोतवाली में टैक्सी चालक द्वारा आत्मदाह करने के मामले में पीड़ित की पत्नी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने छह आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। गम्भीर झुलसे युवक की मौत के बाद आनन फानन में पुलिस ने दो आरोपियों को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन चार आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस के अनुसार उनकी गिरफ्तारी को लेकर भी कार्रवाई की जा रही है।उल्लेखनीय है कि पलिया शहर के मोहल्ला कृष्णा नगर निवासी शिवम गुप्ता (26) पुत्र राजीव गुप्ता बनगवां से गौरीफंटा बॉर्डर के लिए प्राइवेट टैक्सी चलाने का कार्य करता था। युवक ने 16 मार्च को देर शाम को गौरीफंटा कोतवाली में पहुंचकर पुलिस व कुछ अन्य लोगों पर उसके उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए पेट्रोल डालकर कोतवाली मैं ही आग लगा ली थी। गंभीर हालत में झुलसे युवक को पलिया सीएचसी लाया गया था। जहां शिवम ने एसडीएम और सीओ को अपने बयान दर्ज कराए थे। शिवम ने बताया था कि बॉर्डर पर टैक्सी चलाने का कार्य करता है। लेकिन उसे कोतवाल सहित कुछ टैक्सी माफिया लगातार परेशान करके फर्जी केस में फंसाकर जेल भेजने की बात की धमकी दिया करते थे। पीड़ित के अनुसार पुलिस ने बुधवार को टैक्सी माफियाओं के कहने पर उसके वाहन को कोतवाली में लाकर सीज कर दिया था। पीड़ित के अनुसार जब वह कोतवाली पहुंचा तो पुलिस ने उससे अभद्रता की जिसके बाद उसने कोतवाली में खुद को पेट्रोल डालकर आग लगा ली थी। युवक को लखीमपुर से लखनऊ रेफर कर दिया गया था जहां उसका इलाज चल रहा है। 19 मार्चको इलाज के दौरान लखनऊ में शिवम की मौत हो गई थी। पुलिस ने इस मामले में पत्नी की तहरीर के आधार पर छह लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज किया था। करीब दो दिन बाद पुलिस ने नामजद दो आरोपियों को तो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन दस दिन बीत जाने के बावजूद अभी भी चार आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर होने बताए जा रहे हैं। जानकारी देते हुए सीओ संजय नाथ तिवारी ने बताया कि फरार चल रहे चार आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर प्रयास जारी हैं। जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।