महाशिवरात्रि पर शिव-पार्वती विवाहः भोलेनाथ पहनेंगे बाघम्बर, गौरा बनारसी लहंगा
ध्रुव ज्योति नंदी
श्री न्यूज़ 24/अदिति न्यूज़ साप्ता
वाराणसी
वाराणसी/ महाशिवरात्रि पर आज मंगलवार को शिव की नगरी काशी में काशीपुराधिपति और मां गौरा का विवाह धूम-धाम से मनाया जाएगा। इसकी शुरूआत विश्वनाथ मंदिर के महंत डॉ कुलपति तिवारी के आवास पर हो चुकी है। महंत आवास पर रजत प्रतिमाओं का पूजन-अनुष्ठान आरंभ हो गया है। अब शाम को राजसी ठाट स्वरूप में दर्शन देंगे भोलेनाथ और मां पार्वती।
महाशिवरात्रि पर शिव को दूल्हा और गौरा (मां पार्वती) को दुल्हन बनाने की तैयारी श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डा. कुलपति तिवारी के टेढ़ीनीम स्थित आवास पर जोर शोर से चल रही। महंत आवास को रंग बिरंगे झालरों और फूलों से सजाया गया है। खास अवसर के लिए शिव और पार्वती के लिए विशेष परिधान तैयार कराए गए हैं।
महाशिवरात्रि पर श्री काशी विश्वनाथ की चल प्रतिमा का महंत आवास पर पूजन
दूल्हा बनने वाले भगवान शिव के सिर पर मेवे का सेहरा सजेगा तो देवी पार्वती बनारसी लहंगा धारण कर विवाह मंडप में विराजमान होंगी। काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत डा. कुलपति तिवारी ने बताया भगवान शंकर की रजत मूर्ति को धारण कराया जाने वाला सेहरा सूखे मेवों से तैयार कराया गया है। वहीं माता गौरा के लिए बनारसी लहंगा खासतौर से तैयार कराया गया है। बहुरंगी रेशमी धागों से लहंगे पर कढ़ाई की गई है। लहंगे के बार्डर पर नगदार गोटे भी लगवाए गए हैं। महाशिवरात्रि प आज विवाह की रस्म विधि विधान से महंत आवास पर सुबह से शुरू होकर रात्रि दस बजे तक होगी। महंत आवास पर बाबा के विवाह की परंपरा का निर्वाह करने के उपरांत महंत परिवार के सदस्य काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ और माता पार्वती के विवाह का रस्म पूर्ण करने के लिए प्रस्थान करेंगे।
ये होंगे अनुष्ठान
भानू मिश्रा ने बताया कि, दोनों रजत प्रतिमाओं का भोर में पूजन और अभिषेक हुआ। फिर मातृका पूजन हुआ। सुबह 06 से 09 बजे तक शिवरात्रि विशेष अनुष्ठान हुए। 09 बजे और दोपहर 12 बजे फलाहार भोग लगेगा। दोपहर 01 से 03 बजे तक रजत प्रतिमाओं के पूजन होंगे। 03 बजे से 05 बजे तक राजशी श्रृंगार होगा। शाम छह बजे महंत आवास पर दर्शन-पूजन शुरू हो जाएगा।