राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के जिलाध्यक्ष प्रबीन कुमार सिंह ने आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग को भेजा शिकायती पत्र।
विनय शुक्ला
श्री न्यूज 24
सीतापुर ।एन. सी. पी. जिलाध्यक्ष ने ग्राम्य बिकास विभाग को शिकायती पत्र भेजा है।जिसमे उनके आदेशों की जनपद सीतापुर में उपायुक्त श्रम एवं रोजगार द्वारा धज्जियां उड़ाए जाने की बात कही है। जिलाध्यक्ष ने आयुक्त के आदेश दिनांक 7 नवंबर 2020 पत्रांक मनरेगा 3302/2020 का हवाला दिया है।जिलाध्यक्ष ने बताया कि आयुक्त ने आदेश दिए थे कि कार्यक्रम अधिकारी, एपीओ जिनका 3 साल से अधिक समय एक ही विकास खंड में हो गया है, उनका स्थानांतरण किया जाएगा। लेकिन उपायुक्त श्रम एवं रोजगार सुशील कुमार श्रीवास्तव उस आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। वे नियमों को ताक पर रखकर मनमर्जी से कार्यक्रम अधिकारी एपीओ का स्थानांतरण करने में लगे हुए हैं। जबकि इसके पूर्व भी आयुक्त उस आदेश जिसमें वॉल पेंटिंग समूह द्वारा कराने का आदेश दिए गए थे। उसका भी अनुपालन नहीं किया गया। आदेश में जनपद मे मनरेगा कार्यों के प्रंचार प्रसार मे समूहों को वाल पेन्टिग का कार्य दिये जाने को कहा गया था, लेकिन उपायुक्त श्रम रोजगार ने मनमर्जी से अपने लाभ को देखते हुए जनपद के विभिन्न विकास खंडों का कार्य खंड विकास अधिकारी से मिलीभगत करके विजय कुमार एंड कंपनी बहराइच को देकर भुगतान भी करा दिया। इसी तरह से जो कार्यक्रम अधिकारी एपीओ का स्थानांतरण आदेश को दरकिनार करते हुए अपने हित को देखते हुए कुछ चुनिंदा लोगों का स्थानांतरण जनपद में किया गया है। अपने चहेते एपीओ को दो – दो विकास खंड दे रखा है और अन्य लोगों को एक – एक विकास खंड दिया है। लेकिन उनका स्थानांतरण नियम विरुद्ध किया गया है। जबकि आपके आदेश मे स्पष्ट दिया गया है, कि विकास खंडों में तीन साल से अधिक अवधि तक तैनात कार्यक्रम अधिकारी एपीओ का स्थानांतरण होना है। फिर भी इससे कम अवधि वाले एपीओ को भी स्थानान्तरित किया गया है। जिलाध्यक्ष्ज्ञ ने आदेश के विरुद्ध हुए स्थानांतरण को निरस्त करते हुए – आदेश के क्रम में स्थानांतरण नियमानुसार किए जाने की मांग की है। वॉल पेंटिंग का कार्य समूहों से न कराकर विजय कुमार एंड कंपनी बहराइच द्वारा कराया गया है, उसकी स्थलीय जांच प्रदेश की किसी जांच एजेंसी से कराए जाने की मांग की है। खण्ड विकास अधिकारी और उपायुक्त श्रम एवं रोजगार सुशील कुमार श्रीवास्तव द्वारा मनमाने ढंग से कार्य के नाम पर घोटाला करने का आरोप भी लगाया है। नियम विरुद्ध जाने की मांग की है।